अस्वस्थ होने पर उसकी कार्य क्षमता में कमी आती है, जिससे सम्पूर्ण राष्ट्र एवं
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उक्त दुर्घटना में पहुंची चोटों के कारण प्रार्थी की कार्य क्षमता में कमी आ गई है।
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व्यक्ति के अस्वस्थ होने पर उसकी कार्य क्षमता में कमी आती है, जिससे सम्पूर्ण राष्ट्र एवं समाज के समग्र विकास पर प्रभाव पडता है।
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व्यक्ति के अस्वस्थ्य होने पर उसकी कार्य क्षमता में कमी आती है, जिससे सम्पूर्ण राष्ट्र एवं समाज के समग्र विकास पर विपरीत प्रभाव पडता है।
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व् यक्ति के अस् वस् थ् य होने पर उसकी कार्य क्षमता में कमी आती है, जिससे सम् पूर्ण राष् ट्र एवं समाज के समग्र विकास पर विपरीत प्रभाव पडता है।
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यही नहीं अधिक समय तक इसके प्रभाव में रहने पर व्यक्ति का रक्तताप, पाचन तंत्र कमजोर होने के साथ उसमें अनेक तरह की बीमारियाँ मोटापा, गंजापन, स्मृति क्षमता का हृस कार्य क्षमता में कमी मानसिक अस्थिरता कुण्ठा, तनाव, भय, पागलपन, आदि रोग हो जाते हैं।
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दुर्घटना की तिथि से कई बार उपचार हेतु हल्द्वानी तथा बरेली स्थित उक्त चिकित्सालयों में जा चुका है, चिकित्सकों के द्वारा आगे भी उपचार हेतु आने की सलाह दी है, दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में पहुंची चोटों के कारण याची की कार्य क्षमता में कमी आ गई है, वह अभी भी कई बार अचेतन अवस्था में आ जाता है।